Top bhairav kavach Secrets
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महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा
वाद्यम् वाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा ॥
जलमध्येऽग्निमध्ये वा दुर्ग्रहे शत्रुसङ्कटे ॥ २४॥
नैव सिद्धिर्भवेत्तस्य विघ्नस्तस्य पदे पदे । आदौ वर्म पठित्वा तु तस्य सिद्धिर्भविष्यति ।।
वन्दे बालं स्फटिकसदृशं कुण्डलोद्भासिवक्त्रं
पाणी कपाली मे पातु मुण्डमालाधरो हृदम्
तरमात्सर्व प्रयत्नेन दुर्लभं पाप चेतसाम् ।
कालिका साधने चैव विनियोगः प्रकीर्त्तितः ॥ ७॥
कालभैरव more info भगवान शिव के रौद्र अवतार हैं। आदि शंकराचार्य ने काल भैरव अष्टक में भगवान शिव के इस रूप का वर्णन किया है। कालभैरव ब्रह्म कवच कालभैरव का एक शक्तिशाली भजन है। ऐसा कहा जाता है कि इस ढाल का जाप करने से आप जादू-टोने और अन्य शत्रुओं के हमलों से बच जाते हैं।
ಧಾರಯೇತ್ ಪಾಠಯೇದ್ವಾಪಿ ಸಂಪಠೇದ್ವಾಪಿ ನಿತ್ಯಶಃ
षडंगासहिथो देवो नित्यं रक्षातु भैरवह
तस्य ध्यानम् त्रिधा प्रोक्तं सात्त्विकादिप्रभेदतः